केन्द्रीय विद्यालय लखनऊ कैंट की स्थापना 23 सितम्बर 1988 को ब्रिगेडियर एम.एस. बरार की अध्यक्षता में की गई थी। विद्यालय सहायक आयुक्त (के.वी.एस.-एल.आर.) श्री एस.पी. पाण्डेय के शानदार मार्गदर्शन में खोला गया था। श्रीमती के.के. देलेला को विद्यालय की प्रथम प्राचार्य होने का गौरव प्राप्त है।
विद्यालय का संचालन केन्द्रीय विद्यालय संगठन, नई दिल्ली द्वारा किया जाता है, जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन है। केन्द्रीय विद्यालय मुख्य रूप से रक्षा कर्मियों सहित केन्द्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करता है, जिनका देश भर में बार-बार स्थानांतरण होता रहता है। विद्यालय एक सह-शिक्षा, धर्मनिरपेक्ष विद्यालय है जो केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, नई दिल्ली से सम्बद्ध है।
विकास के महत्वपूर्ण पड़ाव –
दिसम्बर 2004 में विद्यालय को दिलकुशा गार्डन के सामने अपने नए भवन में स्थानांतरित कर दिया गया, जो चारबाग रेलवे स्टेशन से लगभग 06 कि.मी. दूर है।
वर्तमान स्थिति तक कक्षाओं और सेक्शनों में क्रमिक वर्षवार विस्तार
वर्ष 2006 में कक्षा बारहवीं का पहला बैच सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में शामिल हुआ।
वर्ष 2008 में कक्षा प्रथम के लिए एक और सेक्शन जोड़ा गया जिससे कक्षा प्रथम में 3 सेक्शन हो गए।
वर्ष 2009 में कक्षा द्वितीय के लिए एक और सेक्शन जोड़ा गया जिससे कक्षा प्रथम और द्वितीय में 3 सेक्शन हो गए।
शैक्षणिक सत्र 2010-2011 से प्रशासनिक स्वीकृति मिलने पर विद्यालय को कक्षा I से कक्षा IX तक 3 सेक्शन वाले विद्यालय में अपग्रेड किया गया।
वर्ष 2011 में कक्षा दसवीं के लिए एक और सेक्शन जोड़ा गया जिससे प्रथम से दसवीं तक 3 सेक्शन हो गए।
शैक्षणिक सत्र 2014-2015 से प्रशासनिक स्वीकृति मिलने पर कक्षा ग्यारहवीं के लिए वाणिज्य का एक और सेक्शन जोड़ा गया जिससे प्रथम से ग्यारहवीं तक 3 सेक्शन हो गए।
पिछले और नए परिसर का विवरण –
केन्द्रीय विद्यालय लखनऊ कैंट को शुरू में लखनऊ के कैंटोनमेंट क्षेत्र में 13, नेहरू रोड पर एक अस्थायी भवन में शुरू किया गया था।
दिसंबर 2004 में विद्यालय को दिलकुशा गार्डन के सामने स्थित नए भवन में स्थानांतरित कर दिया गया।